AT HOME

Reception at Rashtrapati Bhavan

भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर

स्वागत समारोह राष्ट्रपति भवन

26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति भवन देश और विदेश से आने वाले अतिथियों का हार्दिक स्वागत करता है तथा आपको भारत के समृद्ध सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को मनाने हेतु आमंत्रित करता है। यह आमंत्रण हमारे देश के दक्षिणी प्रांतों के अनूठे हस्तशिल्प के संकलन को प्रदर्शित करने हेतु तैयार किया गया है, तथा इसमें स्थायित्व, समावेशिता, और सरलता पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस पहल का उद्देश्य ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) तथा भौगोलिक संकेतक (जीआई) परियोजनाओं में सम्मिलित उत्पादों के माध्यम से स्थानीय कौशल को लोकप्रिय बनाना भी है। हमें आशा है कि यह आमंत्रण राष्ट्रपति भवन में आपके अविस्मरमीय पलों की स्मृतियों को हमेशा संजोये रखेगा।

पोचमपल्ली इकत वस्त्रः

तेलंगाना

पोचमपल्ली जिला अनूठे रूपांकनों व रंगो से की जाने वाली ‘इकत’ बुनाई तकनीक का प्रसिद्ध केंद्र है। इस आमंत्रण में प्रयुक्त पोचमपल्ली कपड़े को निकाल कर ‘पेंसिल पाउच’ के रूप में पुनः उपयोग किया जा सकता है।

Pochampally Ikat Fabric
Reception at Rashtrapati Bhavan

इटिकोप्पका के खिलौनेः

आंध्र प्रदेश

काष्ठ, लाख और अन्य प्राकृतिक पदार्थों से बने रंग-बिरंगे हस्त निर्मित खिलौनों के लिए आंध्र प्रदेश के अनकापल्ली जिले का ‘इटिकोप्पका’ गाँव प्रसिद्ध है। ये मनमोहक गुड़ियां जीवंत रंगों में पारंपरिक परिधानों को दर्शाती हैं।

गंजिफा कलाः

कर्नाटक

मैसूर की पारंपरिक गंजिफा कार्ड कला, कर्नाटक की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसमें लोक व पौराणिक कथाओं पर आधारित हस्तरचित कलाकृतियों की बारीक कारीगरी, वृत्ताकार ताश के पत्तों पर जीवंत रंगों में की जाती हैं। यहां इस कला को एक आकर्षक फ्रिज मैग्नेट के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

Pochampally Ikat Fabric
Reception at Rashtrapati Bhavan

स्क्रू-पाइन बुनाई:

केरल

केरल में महिला हस्तशिल्पी, स्क्रू-पाइन की पत्तियों से उपयोगी कलात्मक वस्तुएं जैसे- चटाई और टोकरियाँ बनाती हैं। यहाँ, इस शिल्प को हाथ से बुने हुए ‘बुकमार्क’ में दर्शाया गया है।

कांचीपुरम सिल्कः

तमिलनाडु

कांचीपुरम का प्रतिष्ठित हथकरघा रेशम अपनी सुन्दरता और भव्यता तथा बुनकरों के कौशल के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहाँ इसे एक सुन्दर हस्तनिर्मित पाउचपाउच के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।

Pochampally Ikat Fabric
Reception at Rashtrapati Bhavan

कलमकारी रूपांकनों वाला बांस का बॉक्स

यह आमंत्रण पेटिका बांस से बनाई गई है। यह दक्षिण भारत की प्रचलित पारंपरिक शिल्प कला है, जिसमें स्थाई और रिसाइकल करने योग्य वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है। राष्ट्रीय बांस मिशन (एनबीएम) कारीगरों को आजीविका माध्यम के रूप में इनका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस पेटिका को आंध्र प्रदेश की प्रसिद्ध कलमकारी चित्रकला से भी अलंकृत किया गया है।